जर्मनी से शुरू हुई पेड़ सजाने की परंपरा, सेब को सोने के वर्क में लपेटकर किया जाता था डेकोरेट

लाइफस्टाइल डेस्क. क्रिसमस डे के सेलिब्रेशन पर पेड़ों को सजाने का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। प्राचीन काल में क्रिसमस ट्री को जीवन की निरंतरता का प्रतीक माना जाता था। इसे ईश्वर की ओर से लंबे जीवन का दिया जाने वाले आशीर्वाद के रूप में देखा जाता रहा है।मान्यता थी कि इसे सजाने से घर के बच्चों की आयु लम्बी होती है। इसी कारण क्रिसमस डे पर क्रिसमस ट्री को सजाया जाने लगा। कहते हैं कि हजारों साल पहले उत्तरी यूरोप में इसकी शुरुआत हुई थी, जब क्रिसमस के मौके फर ट्री (सनोबर) को सजाया गया था। इसे चेन की मदद से घर के बाहर लटकाया जाता था। ऐसे लोग जो पेड़ को खरीद पाने में अमसर्थ थे, वे लकड़ी को पिरामिड आकार देकर सजाते थे।



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Christmas 2019 history of Christmas tree The tradition of decorating trees started from Germany, decorating the apples with gold work


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